शिमला। अगर आज स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह होते तो शायद सबसे ज्यादा खुश नज़र आते। बेटे विक्रमादित्य सिंह और बहू अमरीन की शाही धाम में मौजूद हर मेहमान की जुबां पर यही बात थी। शिमला के मरीना होटल में सजी इस धाम में लाल जोड़े में दुल्हन अमरीन और कोट–पैंट में दूल्हे विक्रमादित्य सिंह की शाही जोड़ी हर किसी का दिल जीत रही थी।
मंच पर बैठे नवविवाहित जोड़े की मुस्कान और गुफ्तगू में ही खुशी साफ झलक रही थी। मेहमान भी यही कह रहे थे कि अगर आज वीरभद्र सिंह होते तो मंच पर बैठकर बेटे–बहू को आशीर्वाद देते और मेहमानों की नवाज़ी करते। हालांकि, कहीं न कहीं हर किसी को एहसास था कि वीरभद्र सिंह की आत्मा इस शुभ घड़ी में अपने बेटे और बहू को आशीर्वाद दे रही है।
वहीं, विक्रमादित्य सिंह की मां और कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पूरे सलीके और आत्मीयता से मेहमानों का स्वागत किया। उनकी मेजबानी ने सभी को उस दौर की याद दिला दी जब वीरभद्र सिंह अपने अंदाज़ से लोगों का दिल जीत लेते थे।
इस शाही धाम में हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल अपनी पत्नी संग पहुंचे और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। कृषि मंत्री चंद्र कुमार, कांग्रेस और बीजेपी के कई विधायक व पूर्व मंत्री भी समारोह में शामिल हुए। वीरभद्र सिंह के करीबी रहे बीजेपी सांसद हर्ष महाजन भी इस मौके पर मौजूद रहे।
हालांकि, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू विदेश में होने के कारण समारोह में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने एक बयान जारी कर विक्रमादित्य और अमरीन को शुभकामनाएं दीं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग के चलते धाम में नहीं पहुंच पाए।
करीब 150 खास मेहमानों की मौजूदगी में यह धाम किसी जश्न से कम नहीं रहा। शहनाइयों की गूंज, रोशनी से सजा हॉल और खुशियों का माहौल… हर तरफ बधाइयों और दुआओं का सिलसिला चलता रहा। लोग यही कामना करते दिखे कि जैसे वीरभद्र सिंह ने अपनी पहचान बनाई, वैसे ही विक्रमादित्य और अमरीन भी नई मिसाल कायम करें।









